एसिड अटैक पीड़िताओं के द्वारा म्यूजिक और हैप्पीनेस कार्यक्रम का किया गया आयोजन।

फतेहाबाद रोड स्थित टूरिस्ट कांप्लेक्स में एसिड अटैक पीड़िताओं के द्वारा म्यूजिक और हैप्पीनेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस दौरान स्थापित एक्सपोर्टर प्रख्यात फोटो ग्राफर और कार रैली ड्राइवर के रूप में राष्ट्रीय पहचान रखने वाले हरविजय सिंह वाहिया के द्वारा म्यूजिक और हैप्पीनेस प्रोग्राम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया, उन्होंने कहा कि संगीत सुखात्मक अनुभूति देने के साथ ही मानव स्वास्थ्य के लिए भी अनुकूल है, उन्होंने कहा कि संगीत का स्वास्थ्य से सीधा संबंध है, संगीत का श्रवण स्वर और श्वांस से सीधा संबंध है, यह तीनों ही मानव शरीर से जुड़ी स्वाभाविक प्रतिक्रियाएं हैं, चाहे संगीत गायन के रूप में हो या फिर वाद्य यंत्र का श्वास और श्रवण तंत्र को प्रभावित करता है।

वाहिया जी ने कहा भजन गीत कविता या शास्त्रीय ग्रंथों के श्लोक हो अगर सस्वर गए जाते हैं। यह गाने वाले के साथ ही श्रोता के शरीर के इंद्री तंत्र को प्रभावित करते हैं, जो एक स्वस्थ अनुल प्रक्रिया है। इस दौरान वाहिया जी ने कहा कि अपने कॉलेज के दिनों में साथियों के लिए संगीत कार्यक्रम में आयोजनों में सहयोगी रहने की स्मृतियां अब भी हैं, किताब लिखने और फोटोग्राफी करने के उनके शौक से भरपूर उनकी जिंदगी में रहने वाली व्यस्तताओं के बीच जब भी मौका मिलता है, संगीत सुनते हैं और स्वयं भी गाना गुनगुनाने से नहीं चूकते।

एसिड फेंक कर ताजिंदगी कभी न भूलने वाली काली करतूत की घटनाओं से पीड़िताओं में से दो गाने का अभ्यास करने वाले ग्रुप में भी शामिल हो गईं, इन दोनों ने महसूस किया के संगीत कार्यक्रम में सहभागी बनने से उनके जीवन में हैप्पीनेस की वृद्धि होती है इनमें से एक नगमा ने कहा कि उसकी शोक राहतकारी रहा है उसने ताज महोत्सव में इस साल अपने ग्रुप के साथ गायिका के रूप में भाग लिया था, यह अवसर उनके लिए सुखान्वित करने वाला था वह चाहेगी कि इस प्रकार के आयोजनों की संख्या में बढ़ोतरी हो, जिससे उसे म्यूजिक और सिंगिंग ग्रुप को अधिक अवसर मिले।

आशीष शुक्ला ने कहा की समूह के रूप में जब कोई गतिविधि करते हैं, तो परस्पर समझ के अवसर बढ़ते हैं, यह छटवां कार्यक्रम है उन्होंने कहा कि समिति के किसी भी वर्ग का व्यक्ति हो मानव स्वभाव के अनुरूप से उसके एक-दो शौक या वृत्तियां जरूर होती हैं, जिनमें से गाना और अपने से जुड़ा इतिहास के प्रति रुचि भी हैं। इस अवसर पर विक्रम शुक्ला ने कहा कि अगर एसिड अटैक प्रभावितों में से कोई सिंगिंग का शौक रखती है तो वह उन्हें निशुल्क संगीत का प्रशिक्षण देना प्रस्तावित करते हैं।

सिंगिंग और हैप्पीनेस कार्यक्रम के दौरान असलम सलीमी, राम मोहन कपूर , कॉल शिव कुंजरू, राजीव खंडेलवाल, सीमा खंडेलवाल, कांति, बीके शर्मा, अशोक अगरवाल, विवेक जैन,रोज़ मेरी शुक्ला, संदीप देवरानी, विशाल रियाज़, पूजा देवरानी, मनोज तेंगुरिया, नवबुड्डीन,डॉ एस के चंद्रा, सुमिता रॉय, मेघा दूबे, मधुकर चतुर्वेदी, जसपाल, कल्पना शुक्ल, रफीक अहमद, स्पर्श मितल, रोशनी, प्रदीप, लता दौलतानी, वेद त्रिपाठी, ज्योति खंडेलवाल, विशाल झ, डॉ रश्मि त्रिपाठी, योगेश शर्मा, अमित रॉय आदि उपस्थित रहे।