बिना बताए कंपनी से हटाए जाने से नाराज आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने आगरा विकास प्राधिकरण में किया हंगामा।

आगरा विकास प्राधिकरण से 50 से ज्यादा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को कंपनी ने हटा दिया है, इसी को लेकर नाराज कर्मचारियों ने आगरा विकास प्राधिकरण में जमकर हंगामा काटा और कर्मचारी एकता जिंदाबाद व कंपनी हाय हाय के नारे लगाए, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने आरोप लगाया है, कि पहले तो हमारा वेतन ₹15000 प्रति महीने आता था, लेकिन मार्च में वेतन आधा कर दिया गया और ₹8000 का भुगतान किया गया है,

आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने बताया है कि ना तो वेतन कटौती की और ना ही कंपनी से हटाए जाने से पहले किसी को कोई जानकारी नहीं दी गई है, अचानक हटाए जाने से कर्मचारियों की रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है, कर्मचारियों ने बताया कि जब कंपनी ने वेतन आधा दिया था, तो उन्होंने प्रार्थना पत्र के माध्यम से आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को अवगत कराया था, अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि आप अपने काम पर जाइए और आपके वेतन का पूरा भुगतान किया जाएगा, लेकिन अब अचानक कंपनी ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को हटा दिया है, इसको लेकर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में आक्रोश का माहौल है, और आगरा विकास प्राधिकरण में जमकर हंगामा व नारेबाजी की है।

आगरा विकास प्राधिकरण में भी जानकारी दी है, उन्होंने बताया है कि किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं काटा गया है, अगर काटा गया है तो कर्मचारी की कमी की वजह से वेतन की कटौती हुई है, आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने कर्मचारियों के द्वारा किए गए घेराव को भी नियम के विरुद्ध बताया है, जब इस मामले में आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो कर्मचारियों ने कंपनी का मामला बताकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया,

अब देखने वाली बात होगी कि आगरा विकास प्राधिकरण इस मामले में क्या कार्रवाई करता है, और बिना बताए हटाए गए कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर आए संकट का क्या समाधान क्या समाधान होता है। आगरा विकास प्राधिकरण के द्वारा लगभग 50 से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को कंपनी से हटा दिया गया है,