यमुना नदी के घाटों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे, मंडलायुक्त ने दिया आदेश, अगर भैंस गयी पानी में तो होगी कार्यवाही,

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार यमुना नदी में भैंस नहलाने, धोबी घाट बनाने, कूड़ा कचरा डालने आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है, वही समिति की बैठक में बार-बार यह मुद्दा उठाया जाता है, बावजूद इसके भी यमुना नदी में लगातार भैंस नहलाई जाती है, कपड़े धोए जाते है और कूड़ा कचरा भी डाला जाता है। पिछले कुछ समय से यमुना नदी में कूड़ा कचरा और झाड़ियां आग लगने की घटनाएं बढ़ गई है, वहीं इस पूरे मामले का संज्ञान मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने लिया है।

मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने यमुना नदी के घाटों पर 50 सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं, जिन्हें नगर निगम स्थित स्मार्ट सिटी के कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा, साथ ही यमुना नदी के घाटों पर हो रही हर एक गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। जानकारी के अनुसार हाथी घाट और ताजमहल के दशहरा घाट पर पहले चरण में कैमरे लगाए जाएंगे, इन दोनों ही जगह पर 15 कैमरे लगाए जाएंगे, उसके बाद 11 सीड़ी घाट, कैलाश घाट, पोइया घाट और बल्केश्वर समेत अन्य घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

यमुना नदी में हो रही अवैध गतिविधियां को लेकर किसी भी विभाग ने जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है, क्योंकि नगर निगम और सिंचाई विभाग में सामंजस्य नहीं है, वही जो लोग भैंस नहलाते हैं, और आगजनी करते हैं, उनकी भी पहचान नहीं हो पा रही है, लेकिन सीसीटीवी कैमरों के लगने से इन चीजों पर काफी फर्क पड़ेगा।

यमुना नदी की तलहटी में जूए के फड़ लगते हैं। नशाखोरी भी होती है, एवं अवैध गतिविधियां भी लगातार बढ़ रही है, पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहे हैं, लेकिन अवैध गतिविधियों पर रोक नहीं लग पा रही है। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने बताया है कि यमुना नदी के घाटों पर 50 कैमरे लगाए जाएंगे जिनसे यमुना नदी के आसपास होने वाली अवैध गतिविधि और नदी में कूड़ा कचरा डालने वाले, कूड़ा जलाने वाले, कपड़े धोने वाले, और भैंस नहलाने वाला पर नजर रखी जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि कैमरों को स्मार्ट सिटी कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा।