पुलिस कमिश्नरेट आगरा लगातार अपराधों व अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। इसी क्रम में कमिश्नरेट आगरा में पहली बार रीक्रिएशन डेमो के जरिए क्राइम सीन किया गया इस क्राइम सीन रीक्रिएशन कर पुलिस कर्मियों को टिप्स भी दिए, इस दौरान पुलिसकर्मियों को डमी शव के साथ क्राइम सीन सुरक्षित करने की जानकारी दी गई, जिले में आए हुए अंडर ट्रेनिंग दरोगाओं को यह जानकारी दी जा रही है।
एडीसीपी क्राइम ने बताया है कि जिले में आए हुए अंडर ट्रेनिंग दरोगाओं को यह है जानकारियां दी जा रही हैं उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचते ही वीडियो ग्राफी और फोटोग्राफी होनी चाहिए वही कार्य योजना तैयार कर सर्कल के एसीपी से अनुमोदन कराएं और वादी को समयाविधि की जानकारी अवश्य देनी चाहिए। एडीसीपी क्राइम ने बताया है की हत्या दुष्कर्म, धोखाधड़ी की विवेचना में चेक लिस्ट को शामिल किया जाए, वही अपराधियों का डाटा पहचान ऐप और त्रिनेत्र ऐप पर डाला जाएगा, बड़े क्राइम के खुलासे के लिए हर छोटा सबूत अहम होता है। क्राइम सीन रिक्रिएशन डेमो में एडीसीपी क्राइम, एसीपी छत्ता एवं चार थानों का पुलिस फोर्स मौजूद रहा। इस दौरान फील्ड यूनिट को भी बुलाए गया।
एडीसीपी क्राइम ने बताया है कि रीक्रिएशन डेमो क्राइम सीन किया गया है, जिसमें सस्पेक्टेड केश बलात्कार साथ हत्या का लिया गया है, एक महिला का डमी इस्तेमाल किया गया है, उन्होंने बताया कि खून का कतरा और बाल से भी सजा दिला सकते हैं। और इसमें सस्पेक्ट केस इस्तेमाल किया गया है, हमारे जो अंडर ट्रेनिंग सब इंस्पेक्टर्स और जो ऑफिसर्स है, उनको बुलाया गया साइंटिफिक एविडेंस कैसे कलेक्ट करेंगे, इसकी जानकारी उनको दी गई है, और जो क्राइम सीन है उसको कैसे इंस्पेक्ट करेंगे जिससे कि केस जल्दी वर्कआउट हो सके और अंत तक इस प्रकार से विवेचना की जा सके कि जो हमारा एक्यूज्ड है उसको सजा दिलाई जा सके।