आगरा वासियों को इन दोनों भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, और सूर्य देवता भी आसमान से आग सी बरसा रहे हैं, सुबह से ही गर्मी का सितम शुरू हो जाता है, लोगों को उम्मीद रहती है कि शाम या रात को थोड़ी राहत मिलेगी लेकिन रात में भी गर्म हवाओं का लोगों को सामना करना पड़ रहा है। बीते मंगलवार को आगरा का तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। कई दशकों के बाद आगरा में 48.6 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचा है। लगभग 27 साल पहले 1998 में तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। जिससे लोगों का हाल बेहाल है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिन के समय घर से निकलना दुसवार हो गया है, क्योंकि सूर्य देवता अपना रौद्र रूप दिखा रहे हैं।
ताजमहल व अन्य पर्यटन स्थलों पर घूमने आ रहे हैं, पर्यटकों से अपील की जा रही है, सुबह 6 बजे से 9 तक ही पर्यटन स्थलों पर रुके। क्योंकि 48 डिग्री सेल्सियस तापमान होने की वजह से संगमरमर व पत्थर भी दहक रहे हैं, जिससे ताजमहल का दीदार करने आ रहे पर्यटकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और कई पर्यटक तो भीषण गर्मी व धूप के चलते गश खाकर गिर रहे हैं।
दिन के समय आगरा की सभी सड़क सुनसान पड़ जाती हैं प्रशासन की ओर से भी आमजन की सहूलियत के लिए कदम उठाए गए हैं, जिसमें एमजी रोड पर कई जगह पर ग्रीन नेट लगाई गई है, जिससे ट्रैफिक सिग्नल पर रुकने वाले वाहन चालकों को धूप से थोड़ी सहूलियत मिल सके, आगरा के नगर निगम के द्वारा भी आमजन की सहूलियत के लिए सड़कों पर वाटर स्प्रिंकलर के माध्यम से छिड़काव किया जा रहा है।
प्रशासन की ओर से आमजन से अपील की जा रही है, और एडवाइजरी जारी की गई है, कि दिन के समय अनावश्यक घर से बाहर न निकले, जितने भी आवश्यक कार्य हैं उन्हें 11 बजे तक संपन्न करके घर वापस लौट जाए, या किसी छायादार स्थान का सहारा लें, प्रशासन के द्वारा आम जन की लिए एडवाइजरी जारी की गई है जिसमें जिसमें अपील की गई है कि शरीर को हाइड्रेट रखें, बिना प्यास लगने पर भी ज्यादा से ज्यादा पानी पिए, अगर धूप में निकलना पड़ता है तो अपने शरीर को ढककर और छाते का इस्तेमाल करें, बच्चों को देर तक धूप में ना छोड़े, साथ ही बुजुर्ग और बीमार लोग भी दोपहर के समय धूप में ना निकलें।