आगरा में भीषण गर्मी से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त दिखाई दे रहा है, दिन के समय सूर्य देवता अपना रौद्र रूप दिखाते हैं, इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह 10 बजे से ही सड़कें सुनसान दिखाई देने लगती है। प्रशासन की ओर से हीटवेव (लू) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आमजन से बचाव करने की अपील की है, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार की समुचित व्यवस्था की गई है, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा समस्त स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भारत मौसम विभाग के अनुसार आगरा का अधिगम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हीट वेव चल रही है, ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने हीटवेव के प्रति अलर्ट जारी कर दिया है, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुण कुमार श्रीवास्तव ने आमजन से इस मौसम में बचाव करने की अपील की है, उन्होंने कहा है की मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला अस्पताल में कोल्ड रूम की भी व्यवस्था की गई है, महामारी की स्थिति में निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस यूनिट का भी गठन किया गया है।
सीएमओ ने बताया है कि अप्रैल, मई जून माह में हीट वेव (लू) का असर रहता है, इससे संबंधित एडवाइजरी जारी की गई है, मानव संसाधनों को भी अलर्ट कर दिया गया है, इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव नियंत्रण के आवश्यक उपाय स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे हैं, उन्होंने बताया कि समस्त स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है।
नोडल अधिकारी डॉक्टर पीयूष जैन ने बताया है, जिले में (लू)के कारण अभी तक कोई अप्रिय घटना की रिपोर्ट नहीं है, प्रतिदिन ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केंद्र से हीट वेव(लू)की रिपोर्ट संकलित कर शासन को प्रेषित की जाती है, साथ ही ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का जल जनित बीमारी निजी स्वच्छता और सफाई के प्रति संवेदीकरण किया गया है, इसके साथ ही मच्छरों से बचाव हेतु फागिंग व लार्वा स्प्रे नियमित रूप से किया जा रहा है।
एएनएम प्रशिक्षण केंद्र की इंचार्ज डॉक्टर सलोनी ने बताया है कि इस वक्त धूप में जरूरी होने पर ही बाहर निकले, पीक के घंटों में घर से बिल्कुल ना निकले, अगर ज्यादा आवश्यक कार्य होता है तो ही घर से बाहर निकलने, घर से पहले पानी पिए और शरीर को कपड़े के द्वारा पूरा ढक निकलें , साथ ही धूप में छाते का भी उपयोग करें और समय-समय पर तरल पदार्थों का सेवन करते रहें, तबीयत खराब होने पर नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर संपर्क करें।
ऐसे करें बचाव-अधिक से अधिक पानी पिएं-पसीना सूखने वाली फसलें व हल्के रंग के वस्त्र पहने-धूप में निकलते समय चश्मे, छाते व वह चप्पलों का प्रयोग करें।-खुले में कार्य करते है तो चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढकी रहें और यदि संभव हो तो छाते का प्रयोग करें।-संभव हो तो दोपहर 11:00 बजे से 4:00 के मध्य धूप में निकलने से बचें।-घर में बनी पिए पदार्थ लस्सी नींबू पानी छाछ इत्यादि का प्रयोग करें।-पेट में मरोड़ घमोरियां शरीर में कमजोरी आना चक्कर आना सिर में तेज दर्द उबकाई आना जैसे लक्षण सामने आए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सीय सलाह लें।जिला सूचना कार्यालय, आगरा द्वारा प्रसारित।