शौचालय मिले गंदे, संस्था पर नगर निगम में 13 लाख रुपए का लगाया जुर्माना,जानिए पूरा मामला

आगरा नगर निगम के द्वारा विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं, स्वच्छ भारत मिशन के तहत इन शौचालय को बनाया गया है, इन शौचालयों का रख रखाव ठीक से नहीं किया जा रहा है, इसी को लेकर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने खुद इनका निरीक्षण किया है, एवं कमियां मिलीं तो उसके लिए नाराजगी भी जाहिर की है। इस दौरान नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इन्हें संचालित करने वाली संस्था पर लगभग 13 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।

नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया है कि नगर निगम क्षेत्र में 133 नगर सामुदायिक शौचालय हैं, और इनका रखरखाव मैसर्स एक्ने एक्सीलेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड करती है। नगर निगम के अधिकारियों की लगातार इन शौचालय पर नजर बनी रहती है, लेकिन गत माह निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने इनमें कमियां पाई थी, इसी को लेकर नगर आयुक्त के द्वारा यह कार्रवाई की गई है, जिसमें टाइल्स टूटे हुए थे, कहीं नलों की टोटियां गायब थी, एवं साफ सफाई के लिए कुछ भी सामान जैसे हाथ धोने का साबुन, सफाई के लिए हार्पिक नहीं मिला, शौचालय के बल्ब खराब थे, जांच टीम के द्वारा इसकी रिपोर्ट सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम को दी गई, उनके द्वारा संस्था पर जुर्माना आरोपित कर रिपोर्ट नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को भेज दी गई, इसके बाद खुद नगर आयुक्त के द्वारा सार्वजनिक शौचालय का निरीक्षक किया गया, एवं उन्हें भी स्थान पर तमाम कमियां मिलीं इसी को लेकर संस्था पर लगभग 13 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

3 वर्ष पहले इस संस्था को सामुदायिक शौचालय का रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, नगर निगम की ओर से इन संस्थाओं को प्रति सीट के 8000 रुपए दिए जाते हैं, जबकि छोटे-छोटे मरम्मत कार्य भी नगर निगम के द्वारा ही किए जाते हैं, वर्तमान संस्था को नगर निगम की ओर से सीट के हिसाब से एक मुश्त भुगतान किया जा रहा है, इस संस्था से पहले की संस्थाओं के द्वारा सामुदायिक शौचालय के रखा में बरती जा रही लापरवाही के कारण ही उन्हें हटाया गया था। मैसर्स एक्ने एक्सीलेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को शौचालय के रखाव के लिए 5 साल के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है यानी ठेका दिया गया है।