थाना सदर क्षेत्र के नाथ लाल की समाधि मठ में बीते 12 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में मठाधीश योगी चैतन्य नाथ का शव मिला था, समाधि मठ पर रहने वाले लोगों के द्वारा उन्हें समाधि दे दी गई थी, लेकिन अब उनके शव को बाहर निकला जाएगा और शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। एडिशनल कमिश्नर केशव कुमार चौधरी के संज्ञान में मामला पहुंचा तो उन्होंने समाधि से निकालने के आदेश दिए हैं, और पोस्टमार्टम करा कर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसे हिसाब से कार्रवाई करने की बात कही है ।
चैतन्य नाथ के भाई मुन्ना मिश्रा ने बताया है कि चैतन्य नाथ जी महाराज जी की हत्या की आशंका है, हमारी गैर मजबूत मौजूदगी में उनका शव उन्होंने समाधि लगा दी गई है, परिजनों को जानकारी दी जाती है लेकिन उसे समय हम लोग अस्पताल में थे, पहले से ही नर्वस थे, उन लोगों लेकिन उन्होंने समाधि लगा दी, मुन्ना मिश्रा के अनुसार चैतन्य नाथ जी का हाथ अकड़ा हुआ था, पैरों में जख्म थे, हाथों में जख्म था, मुन्ना मिश्रा ने बताया है कि नाथ संप्रदाय में एक नदिया होती है जिसे जनेऊ बोलते हैं जो कि सोने का था जिससे वह आदेश किया करते थे, उनकी बैंक का एटीएम था, उनका मोबाइल, नगदी कैश क्या था गोदरेज में जानकारी नहीं दे पाऊंगा उसकी जानकारी नहीं है। जो कि कुछ भी सामान हमें यहां से प्राप्त नहीं हुआ है इस वजह से हमें आशंका है कि महाराज जी की हत्या की गई है, उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एडिशनल पुलिस कमिश्नर को मेरी गुहार को स्वीकार किया और नाथ जी के शव को समाधि से निकाल कर पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हुए,
अब यह तो पोस्टमार्टम व जांच के बाद ही सामने आएगा कि आखिर चैतन्य नाथ जी की हत्या हुई है या कुछ और वजह है, लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है, जिससे अगर महाराज जी की हत्या हुई है तो अपराधियों को सजा मिलेगी और परिजनों को इंसाफ मिलेगा।